Sunday, June 28, 2020

मुझे यहाँ रहना होगा

कल तक पास था मै उनके,  उन्हें रुलाता था
यह सोच मै अब तड़पता हूँ
गैरों की इस नगरी में ,अपनों के लिए तरसता  हूँ
आँखो से अश्रु की धारा होती है प्रवाहित
सपनो के लिए उसे रोकता हूँ
सोचता है मेरा मन अगर मैं कमजोर होजाऊगा
पापा के ख्वाबों को कैसे पूरा कर पाउँगा ,
अपनों को उम्मीद है काफ़ी
कैसे खरा उतर पाउँगा
गैरो की इस नगरी से  मुझे लड़ना ही होगा
कमज़ोर तन्हा मन से टकराना होगा
ख्वाबों को हकीकत की में बदलना ही होगा
मुझे यहाँ रहना ही होगा
मुझे यहाँ रहना ही होगा

 ................... .................  ................... .................  .... .......  अभय मिश्र "आज़ाद "

बहार बन के जाऊंगा

वीरान  बन के आया था , बहार  बन के जाऊंगा 
आज की महफ़िल में प्यार की शमा जला जाऊंगा ,
वीरान  बन के आया था , बहार  बन के जाऊंगा 
इन पलो में कुछ गम भी मिले 
उस गम को भुला जाऊंगा 
इस मंदिर से सिर्फ खुशियों को ले जाऊंगा ,
कुछ दोस्त मिल गए थे 
कुछ यूं ही रूठ गए थे 
उनके दिल में जगह बना कर जाऊंगा 
उन्हें दिल में बसा के ले जाऊंगा 
वीरान  बन के आया था , बहार  बन के जाऊंगा 
जाते- जाते इस विद्या मंदिर के भगवान को 
दिल में सजा के ले जाऊंगा ,
भगवान के दिल में जगह बनाकर जाऊंगा 
जा रहा हूँ मंदिर को छोड़ ,दिल में रुदन हो रही हैं 
क्या करू मेरी मंजिल मुझे आवाज़ दे रही हैं 
मंजिल को जो न पा सका ,जीवन अधूरा रह जाएगा 
मेरा हर ख्वाब बिखर जाएगा 
छोड़ता हूँ इस मंदिर को 
करता हूँ नमन इसको 
वीरान  बन के आया था , बहार  बन के जाऊंगा 
अंत में करुँगा गुरुवों से प्रार्थना 
ऊपर वाले से करे वे हम सब की भी प्रार्थना 
वीरान  बन के आया था , बहार  बन के जाऊंगा 
आज की महफ़िल में प्यार की शमा जला जाऊंगा ,

.................................................................................अभय मिश्र "आज़ाद "




होली की पावन बेला

होली की पावन बेला पर 
लोगों ने प्रेम रंग बरसाया ,
हर कटुता को त्याग
प्रेम - सौहार्द को गले लगाया ,
जीवन के अवगुण को त्याग
गुणवान जीवन को अपनाया ,
होली की पावन बेला पर 
लोगों ने प्रेम रंग बरसाया ,
धर्म - जाति ,ऊँच -नीच के भेद को बिसार
लोगो ने होली धर्म अपनाया
पावन वसुन्धरा को प्रेम रंग में
पुनः लोगो नहलाया ,
होली की पावन बेला पर 
लोगों ने प्रेम रंग बरसाया ,
बरसों से प्रेम ऋतु से तरस रही
इस धरा में प्रेम ऋतु वापस आया
फ़ागुन के इस त्यौहार ने
मन में प्रेम का अगन जलाया
होली की पावन बेला पर 
लोगों ने प्रेम रंग बरसाया ,
फाग की इस मधुरता में
भारत हुआ लीन
प्रेम रंग में भारतवासी
आज हुआ विलीन ,
होली की पावन बेला पर 
लोगों ने प्रेम रंग बरसाया 

                                                 अभय मिश्र "आज़ाद "