Saturday, March 29, 2014

उजाला नज़र नहीं आता

"चहु ऒर अँधेरे से घिर गया हु कही दूर तक उजाला नज़र नहीं आता
इस शहर मे कोई अपना नज़र नहीं आता "
लेख़क :-अभय कुमार मिश्र (आज़ाद )

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